Discover and read the best of Twitter Threads about #उत्तरप्रदेश

Most recents (9)

#storytelling
#Twitter
कहते है कि टी एन शेषन मुख्य चुनाव आयुक्त थे तब एक बार वे #उत्तरप्रदेश की यात्रा पर गए। उनके साथ उनकी पत्नी भी थीं। रास्ते में एक बाग के पास वे लोग रुके। बाग के पेड़ पर बया पक्षियों के घोसले थे। उनकी पत्नी ने कहा दो घोसले मंगवा दीजिए मैं इन्हें घर की Image
सज्जा के लिए ले चलूंगी। उन्होंने साथ चल रहे पुलिस वालों से घोसला लाने के लिए कहा। पुलिस वाले वहीं पास में गाय चरा रहे एक बालक से पेड़ पर चढ़कर घोसला लाने के बदले दस रुपये देने की बात कहे, लेकिन वह लड़का घोसला तोड़ कर लाने के लिए तैयार नहीं हुआ। टी एन शेषन उसे दस की
जगह पचास रुपए देने की बात कहे फिर भी वह लड़का तैयार नहीं हुआ। उसने शेषन से कहा साहब जी! घोसले में चिड़िया के बच्चे हैं शाम को जब वह भोजन लेकर आएगी तब अपने बच्चों को न देख कर बहुत दुखी होगी, इसलिए आप चाहे जितना पैसा दें मैं घोसला नहीं तोड़ सकता।
इस घटना के बाद टी.एन. शेषन को
Read 5 tweets
औरैया, #उत्तरप्रदेश - 8 साल मासूम से दरिंदगी | ये वो लड़की है जिसकी रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. इसकी उम्र 8 साल है।

'बच्चे के शरीर पर जितने ज्यादा जख्म, उतने अंदर तक'

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट: नाखूनों से नोंचा, चेहरे को दांत से काटा, वहशीपन ऐसा कि प्राइवेट पार्ट डैमेज हो गए Image
डॉक्टरों का कहना है, इतनी छोटी बच्ची के साथ इतनी क्रूरता पहले कभी नहीं देखी। उनके प्राइवेट पार्ट बुरी तरह डैमेज हो गए थे। शरीर को नाखूनों से नोचा गया था। चेहरे और गर्दन पर भी चोट के निशान थे। बच्चे के शरीर पर कोई ऐसी जगह नहीं थी जहां चोट न लगी हो। Image
आरोपी ने लड़की को पत्थर से मारा होगा , आरोपियों ने बच्ची के मुंह और हाथों को इतनी जोर से दबाया था कि वे काले पड़ गए थे. बच्चे का खून जम गया था।जिससे उनकी नसें ब्लॉक हो गई थीं। सीने और पेट पर खरोंच के निशान साफ ​​नजर आ रहे थे। Image
Read 8 tweets
#भारत की वो #एकलौती ऐसी घटना
जब अंग्रेज़ों ने एक साथ 52 क्रांतिकारियों को इमली के पेड़ पर लटका दिया था, पर वामपंथियों ने इतिहास की इतनी बड़ी घटना को आज तक गुमनामी के अंधेरों में ढके रखा।

#उत्तरप्रदेश के फतेहपुर जिले में स्थित बावनी इमली एक प्रसिद्ध इमली का पेड़ है, जो भारत
में एक शहीद स्मारक भी है। इसी इमली के पेड़ पर 28 अप्रैल 1858 को गौतम क्षत्रिय, जोधा सिंह अटैया और उनके इक्यावन साथी फांसी पर झूले थे। यह स्मारक उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के बिन्दकी उपखण्ड में खजुआ कस्बे के निकट बिन्दकी तहसील मुख्यालय से तीन किलोमीटर पश्चिम में मुगल रोड पर
स्थित है।

यह स्मारक स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किये गये बलिदानों का प्रतीक है। 28 अप्रैल 1858 को ब्रिटिश सेना द्वारा बावन स्वतंत्रता सेनानियों को एक इमली के पेड़ पर फाँसी दी गयी थी। ये इमली का पेड़ अभी भी मौजूद है। लोगों का विश्वास है कि उस नरसंहार के बाद उस पेड़ का
Read 13 tweets
दि:18/10/2022 मंगलवार को एक किसान दुर्गेश सिंह गांव- #शिवचरण_का_पुरवा_मजरे_खुर्द, ब्लॉक- #ऐरायाँ, तहसील- #खागा, जनपद- #फतेहपुर, #उत्तरप्रदेश, दुर्गेश सिंह जी अपने खेत मे आलू की फसल की बुआई करने के लिए ट्रेक्टर से खेत जोत रहे थे, तभी ट्रेक्टर के फल मे कुछ टकराने की आवाज सुनाई दी,
जुताई कर रहे लोगो ने ट्रेक्टर से उतरकर देखा तो, वहा खेत मे #अष्टकोणीय_स्तंभ के उपर #गोलाकार_स्तंभ पर #बुद्ध की #चार_आकृति बनी है, इस स्तंभ की कुल #लंबाई लगभग #12फिट के आस-पास होगी |
Read 3 tweets
यह गाजियाबादयूपी में हुआ।
2 मुस्लिम पुरुष आजाद, जो एक मस्जिद के इमाम हैं, और सदाकत थे
यूपी में दो अलग-अलग घटनाओं में हमला
इमाम असजद ने कहा कि उन्हें हिंदू धार्मिक नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया था,
और अन्य पीड़ित को पाकिस्तानी कहा गया।
#भारत #उत्तरप्रदेश #हिन्दुत्व #फासीवाद
मस्जिद के इमाम.…👇🏽
इस मामले में पुलिस का बयान…👇🏽
Read 6 tweets
भाग्य अच्छा था तो भाजपा जीत गई, 312 से 255 यानी 57 सीट कम आयी और सपा की 47 से 111 यानी 64 सीट ज्यादा आयी
मोदी योगी जैसे पॉपुलर नेता, टायलेट से लेकर घर बनवाए, पानी बिजली गैस की सुविधा दी, मुफ्त का डबल राशन दिया, किसान सम्मान निधि सही कई पेंशन
#ElectionResults2022 #उत्तरप्रदेश Image
योजना, महिलाओं बुजुर्गों मजदूरों को भी नगद राशि, कोरोना वैक्सीन दी, कानून व्यवस्था सर्वोपरि फिर विकास के लिए हाईवे, एयरपोर्ट, मेट्रो सहित अनगिनत कार्य लेकिन फिर भी आधे हिन्दुओं ने वोट नहीं दिया..
#BJPAgain
ठीक से देखें तो समझ आएगा की बसपा और कॉंग्रेस के वोट भी सपा को मिले,
अल्पसंख्यक समाज ने एकमुश्त वोट दिया सपा को ताकि भाजपा हार जाए,जातिवादी जयंत, मोर्या, राजभर, भाजपा के कुछ नाराज मंत्री विधायकों का पूरा जोर ताकत सपा के साथ था..
राम मंदिर, काशी, 370 के पुर वादे, युक्रेन से सभी को सुरक्षित लाना सहित हजारो कार्य पर फिर भी वोट नहीं देते आधे हिन्दु..
Read 4 tweets
लोग 5kg extra राशन से खुश क्यों हैं?
#उत्तरप्रदेश का प्रतिव्यक्ति आय औसतन 74440₹/सालाना है, मतलब लगभग 204₹/रोजाना कमाई।

#पंजाब का प्रतिव्यक्ति आय औसतन 168550₹/सालाना है,मतलब लगभग 462₹/रोजाना

इसलिए UP में 5Kg राशन भी बहुत ज्यादा मायने रखता था जबकि पंजाब में नहीं! (1/6) ImageImage
उत्तरप्रदेश में गरीबों को 5 kg राशन के लिए कम से कम 2-3 दिन काम करना पड़ेगा.
जबकि पंजाब के लोगों को इतना प्रतिव्यक्ति इनकम है की वे 10 kg #राशन हर रोज खरीद सकते हैं।

इसलिए मोदी सरकार का 5 kg राशन #PunjabElection2022 में अपना जादू नहीं चला पाया।
(2/6)
सोचिए,
आपको गरीब बनाकर रखना राजनैतिक पार्टियों के लिए कितना जरूरी होता है!
मात्र 5kg राशन में आप किसी के अहसानों तले आ जातें हैं। मात्र 5किलो राशन इनके लिए भगवान मिलने के बराबर हो जाता है।

इससे बड़ी शर्मिंदगी की बात और क्या हो सकती है?
(3/6)
Read 7 tweets
#भारत की वो #एकलौती ऐसी घटना जब , अंग्रेज़ों ने एक साथ 52 क्रांतिकारियों को इमली के पेड़ पर लटका दिया था, पर वामपंथियों ने इतिहास की इतनी बड़ी घटना को आज तक गुमनामी के अंधेरों में ढकेल रखा।😡
#उत्तरप्रदेश के फतेहपुर जिले में स्थित बावनी इमली एक प्रसिद्ध इमली का पेड़ है, जो भारत में एक शहीद स्मारक भी है। इसी इमली के पेड़ पर 28 अप्रैल 1858 को गौतम क्षत्रिय, जोधा सिंह अटैया और उनके इक्यावन साथी फांसी पर झूले थे।
यह स्मारक उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के बिन्दकी उपखण्ड में खजुआ कस्बे के निकट बिन्दकी तहसील मुख्यालय से तीन किलोमीटर पश्चिम में मुगल रोड पर स्थित है।

यह स्मारक स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किये गये बलिदानों का प्रतीक है।
Read 14 tweets
#ThanksDrAmbedkar
OBC चे जन्मदाता,कोण आणि कसे?
डॉ.बाबासाहेब आणि OBC च नात:या देशात ओबीसींचे 'संवैधानिक जन्मदाता' आणि 'संवैधानिक रक्षणकर्ते' दुसरं कोणी नसून डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर हे आहेत.१९२८ साली बॉम्बे प्रांताचे गर्वनर 'स्टार्ट' या ब्रिटिश अधिकाऱ्याच्या अध्यक्षतेखाली
(१/११)👇
एक मागासवर्गीय(OBC)समूहाची समिती नेमण्यात आली होती.या समितीत बाबासाहेबांनीच शुद्र वर्णातील काही समूहाला Other Backward Class या शब्दाचा सर्वप्रथम उपयोग केला होता.या शब्दाचा shortform OBC होतो.त्या समूहाला आपण आज सामाजिक व शैक्षणिक दृष्टीने मागासलेले ओळखतो.(२/११)👇
त्यांची आज ओळख ही OBC म्हणून आहे.डॉ बाबासाहेब आंबेडकर यांनी #स्टार्ट कमिटीसमोर बोलताना देशातील लोकसंख्येचे तीन भागात विभागले:
(१) अप्पर कास्ट
ज्या मध्ये ब्राह्मण,क्षत्रिय आणि वैश्य यांसारख्या उच्च वर्णीय जाती समूहाचा समावेश होता.
२)मागासवर्गीय(Backward Cast):
(३/११)
Read 11 tweets

Related hashtags

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3.00/month or $30.00/year) and get exclusive features!

Become Premium

Too expensive? Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal Become our Patreon

Thank you for your support!